चंद्रशेखर आजाद
चंद्रशेखर का अर्थ तो आप सभी जानते ही होंगे / नही जानते तो जान जाइए (जिसके शिखाओ पर चंद्र हो) अर्थात भगवान शिव लेकिन मै उनकी बात नही कर रहा / मै उनकी बात कर रहा हू जिनके अथक प्रयासो का नतीजा है कि आज हम स्वतंत्र है / मै उनके बारे मे मै थोडा सा आपको बताना चाह रहा हू वैसे आप सभी ये सारी बाते जानते है / लेकिन मैंने प्रयास किया है शायद कुछ आपको नया लगे /
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हम एक शब्द अक्सर बोलते है
न हस्ती कितना छोटा शब्द है लेकिन है न कमाल का जिसके साथ लगता है उसे लोग बहुत
सम्मान देते है /
हस्ती शब्द से मुहम्म्द इकबाल
जी कि कुछ लाइने याद आती है /-
कुछ बात है कि हस्ती मिटती
नही हमारी , सदियो रहा है दुश्मन
दौरे जहा हमारा
चंद्रशेखर जी पर ये लाइने बिल्कुल फिट बैठती है / मेरी अपनी सोच है कि जिस व्यक्ति ने अपने जीवन को ही अपना उपनाम बना लिया हो वो इंसान कमाल का ही हो सकता है /
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मंगल पांडे - जिसने स्वतंत्रता की नींव रखी
सोचने का अधिकार सबको है /
चंद्रशेखर जी ने यही संकल्प लिया होगा कि चंद्रशेखर आजाद “आजाद पैदा हुआ था और
आजाद ही मरेगा”
और उन्होने जो ठान लिया वही
किया कोई भी फिरंगी उनके शरीर को उनके रहते छू नही सका / अंतिम समय मे उन्होने
अपने ही बंदूक से आखिरी गोली अपने आप को मारकर वीरगति को प्राप्त हुए अपने जीते जी
उन्होने अपने शरीर को फिरंगीयो के हवाले कभी नही किया / फिरंगी हाथ ही मलते रह गये
/ ये सब बोलने के बाद मुह से बिना बोले ही आवाज अंदर से आ रही है “वाह वाह रे
शेर”
मुझे मनोज जी कि एक मुक्तक
याद आती है / -
मलते रह गये हाथ शिकारी
उड गया पंक्षी तोड पिटारी /
अंतिम गोली खुद को मारी
जिओ तिवारी जनेऊधारी //
तिवारी इसलिए कहा क्योकि
उनके पिता जी का नाम पंडित सीताराम तिवारी था /
अगर मुझे कुछ परिवर्तित
करना हो तो मै तो यही कहूंगा /
मलते रह गये हाथ शिकारी
एक अकेला सौ पर भारी /
अंतिम गोली खुद को मारी
जिओ तिवारी जनेऊधारी //
एक विशेष घटना
5 टिप्पणियाँ
Very good
जवाब देंहटाएंWah re tivari
जवाब देंहटाएंवाह तिवारी जी वाह
जवाब देंहटाएंSuper Tiwari ji
जवाब देंहटाएंSuperman
जवाब देंहटाएंif you have any doubt please let me know