UPSSSC PET के Exam के आधार पर आपके अध्ययन के लिए महत्वपूर्ण नोट्स तैयार किया गया है / इसमे सल्तनत काल का पूरा भाग है /
1 -गुलाम वंश 2 - खिलजी वंश ३- तुगलक वंश 4 - सैय्यद वंश 5 - लोदी वंश

गुलाम वंश की स्थापना १२०६ ई० में कुतुबुद्दीन ऐबक ने किया था / वह मुहम्मद गौरी का गुलाम था / गुलामो को फारसी में बन्दगा कहा जाता था इन्हें सैनिक सेवा के लिए खरीदा जाता था /
कुतुबुद्दीन अपना राज्याभिषेक २४ जून १२०६ई० को किया था /
कुतुबुद्दीन ऐबक ने अपनी राजधानी लाहौर में बनाई थी /
कुतुबमीनार की नीव कुतुबुद्दीन ऐबक ने डाली थी / दिल्ली का कुवत- उल -इस्लाम मस्जिद एवं अजमेर के ढाई दिन का झोपड़ा नामक मस्जिद का निर्माण ऐबक ने करवाया था /
कुतुबुद्दीन ऐबक को लाखबख्श के नाम से जाना जाता था / (लाखबख्श का मतलब लाखो का दान देने वाला )
प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय को ध्वस्त करने वाला ऐबक का सेनानायक बख्तियार खिलजी था /
कुतुबुद्दीन ऐबक की मृत्यु १२१० ई० चौगान खेलते समय घोड़े से गिरकर हो गयी / जिसे लाहौर में दफनाया गया /
ऐबक का उत्तराधिकारी आरामशाह हुआ /
इल्तुतमिस -
आरामशाह की ह्त्या करके इल्तुतमिस १२११ ई० में दिल्ली की गद्दी पर बैठा /
इल्तुतमिस अकबर का गुलाम एवं दामाद था / ऐबक की मृत्यु के समय वह बदायू का गवर्नर था /
इल्तुतमिस लाहौर से राजधानी को स्थान्तरित करके दिल्ली लाया / इसने हौज ए सुल्तानी का निर्माण देहली ए कुहना के निकट करवाया था /
इल्तुतमिस पहला शासक था जिसने १२२९ ई० में बगदाद के खलीफा से बैधानिक स्वीकृति प्राप्त की थी /
इल्तुतमिस ने ४० अमीर तुर्कों का एक संगठन बनाया था / जिसे तुरकान -ए- चिहलगामी कहा जाता था /
इल्तुतमिस की मृत्यु १२३६ ई० में हो गयी थी /
रुकनुद्दीन फिरोज -
इल्तुतमिस की मृत्यु के बाद उसका पुत्र रुकनुद्दीन फिरोज गद्दी पर बैठा लेकिन वह एक अयोग्य शासक था /
रजिया सुल्तान -
तुर्कों ने रुकनुद्दीन को गद्दी से हटाकर रजिया को सिंहासन पर आसीन किया / इस प्रकार रजिया बेगम प्रथम मुस्लिम शासिका थी / जिसने शासन की बांगडोर संभाली /
रजिया ने पर्दा प्रथा को त्यागकर पुरुषो की तरह चोगा एवं कुलोह पहनकर राजदरबार में जाने लगी /
रजिया ने मलिक जमालूद्दीन याकूत को घोड़े का सरदार नियुक्त किया /
गैर तुर्कों को सामंत बनाने के प्रयासो से तुर्की अमीर विरूद्ध हो गए और उसे सिंहासन से हटाकर मुइजुद्दीन बहराम शाह को गद्दी पर बैठा दिया
रजिया की शादी अल्तुनिया के साथ हुई इससे शादी करने के बाद रजिया ने पुनः गद्दी प्राप्त करने का प्रयास किया लेकिन वह असफल रही /
रजिया की ह्त्या १३ अक्टूबर १२४० ई० को डाकुओ के द्वारा कैथल के पास कर दी गयी /
बहराम शाह को बंदी बनाकर उसकी ह्त्या १२४२ ई० में कर दी गयी /
मसूद शाह -
बहराम शाह के बाद दिल्ली का सुल्तान अलाउद्दीन मसूद्शाह १२४२ ई० में बना /
नासिरूद्दीन महमूद -
बलबन ने षडयंत्र के द्वारा १२४६ ई० में अलाउद्दीन मसूदशाह को सुलतान पद से हटाकर नासिरूद्दीन महमूद को सुल्तान बना दिया /
नासिरूद्दीन महमूद ऐसा सुल्तान था जो टोपी सीकर अपना जीवन निर्वाह करता था /
बलबन ने अपनी पुत्री का विवाह नासिरुद्दीन महमूद के साथ किया था /
बलबन -
बलबन का वास्तविक नाम बहाउद्दीन था / वह इल्तुतमिस का गुलाम था /
बलबन १२६६ ई० में गयासुद्दीन बलबन के नाम से दिल्ली की गद्दी पर बैठा /
राजदरबार में सिजदा एवं पैबोस की प्रथा की शुरुवात बलबन ने की थी /
तुर्कान -ए-चिहलगामी का विनाश बलबन ने किया था /
बलबन ने फारसी रीति रिवाज के आधार पर नवरोज उत्सव को प्रारम्भ करवाया /
अपने विरोधियो के प्रति बलबन ने लौह एवं रक्त नीति का पालन किया /
नासिरूद्दीन महमूद ने बलबन को ऊलूंग खां की उपाधि प्रदान की /
बलबन के दरबार में फारसी कवि अमीर खुसरो एवं अमीर हसन रहते थे /
गुलाम वंश का अंतिम शासक शम्मुद्दीन कैमूर्स था /
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