भारत : खनिज संपदा

क्या आपको मालूम है पालक बथुआ जैसी अनेक साथ सब्जियों में लोहा तांबा अधिक खनिज पदार्थ मिलते हैं जो हमारे शरीर के लिए तथा सभी जीव जंतुओं के लिए अति आवश्यक है सोचिए 

वनस्पतियों के अतिरिक्त और कैसे यह खनिज पदार्थ में प्राप्त हो सकते हैं यह खनिज पदार्थ हमारे लिए और कैसे उपयोगी हो सकते हैं

आपके घर पर घरेलू वस्तुओं में चाकू कैंची बर्तन चिमटा तवा गिलास खाली आदि पेचकस साइकिल हथौड़ी इत्यादि होते हैं इनके साथ ही रेल इंजन रेल पटरी मोटर कर तलवार अस्त्र-शास्त्र आदि आपने देखे होंगे ।

क्या आपने कभी सोचा है कि यह वस्तुएं किस तरह से तैयार होकर हमारे काम आती है इन वस्तुओं को तैयार करने के लिए सामग्री कहां से और कैसे प्राप्त होती है ।

आइए जाने 


वर्तमान समय में खनिज किसी भी देश के लिए बहुत ही मूल्यवान प्राकृतिक संसाधन है किसी भी देश के आर्थिक विकास में खनिज पदार्थ का बहुत बड़ा योगदान होता है यह खनिज पदार्थ धरातल पर तथा धरातल के नीचे मिलते हैं 

क्या आप जानते हैं खनिज पदार्थ किसे कहते हैं वे वस्तुएं जो खुद कर धरातल से निकल जाती है उन्हें खनिज पदार्थ कहते हैं जहां धरातल से खोदकर खनिज को निकाला जाता है उसे खान कहते हैं खनिज पदार्थ जिन कच्ची धातुओं से मिलकर बना होता है उन्हें अयस्क कहते हैं

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आपने कभी मिट्टी के बड़े खड्डा पहाड़ों नदियों में बालू आदि को खोजने देखा होगा अपने गांधी जी का दांडी मार्च नमक आंदोलन के विषय में सुना वह पढ़ अवश्य होगा यह नमक हमें समुद्र से प्राप्त होता है किंतु त्योहार पर्वों पर खाने वाला सेंधा नमक हमें धरातल की चट्टानों से प्राप्त होता है इस प्रकार चाकू पेचकस साइकिल चारा मशीन बनाने वाली लोग खनिज भी धरातल से प्राप्त होती है यह खनिज पदार्थ दो प्रकार के होते हैं।

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धात्विक: लोहा, तांबा ,सोना ,चांदी, एल्युमिनियम आदि

अधात्विक: कोयला, खनिज तेल, अभ्रक, गंधक, पोटाश आदि


प्रमुख खनिज पदार्थ,उनके मिलने के स्थान, एवं उनका महत्व :

खनिज पदार्थ : 

लोहा

लौह धातु आपके विभिन्न कार्यों में प्रयोग होता है जब लौह धातु अन्य पदार्थों में मिली रहती है तब इस लौह अयस्क कहते हैं इसे ऊष्मा  के प्रयोग द्वारा अयस्क से अलग कर लौह धातु के रूप में प्राप्त किया जाता है ।

लौह धातु को इसकी मजबूती के आधार पर मैग्नेटाइट हेमेटाइट लिमोनाइट और सीडेराइट प्रकारों में बांटा जाता हैं। विश्व का लगभग एक चौथाई लौह भंडार भारत में है कर्नाटक झारखंड तथा उड़ीसा उत्तम किस्म के लौह भंडार  है यह राज्य मिलकर भारत का अधिकांश लौह अयस्क का उत्पादन करते हैं हमारे देश से लोहा विदेशों को भेजा जाता है जिससे विदेशी मुद्रा प्राप्त होती है ।
मंगाने वाले देश में चीन जापान दक्षिण कोरिया हांगकांग पाकिस्तान आदि है।

बाक्साइट 

एल्युमिनियम का बर्तन अपने अवश्य देखा होगा यह बर्तन जिस अयस्क के द्वारा बनता है उसे बॉक्साइट कहते हैं बॉक्साइट खानों से निकाला जाता है इसे शुद्ध करने के लिए उच्च ताप पर गलाया जाता है बॉक्साइट को गला कर शुद्ध अल्युमिनियम छान कर अलग किया जाता है यह अल्युमिनियम अपने हलके पर मजबूती लोचदार तथा चमकदार होने के कारण विविध प्रकार से हमारे लिए उपयोगी है 
जैसे वायुयान, विद्युत तार, मशीनों के कल पुर्जे, फर्नीचर ,वाहन तथा बर्तन निर्माण आदि में इसका उपयोग किया जाता है ।

मैंगनीज 

यह एक महत्वपूर्ण खनिज है इसका उपयोग लोह इस्पात बनाने ब्लीचिंग पाउडर, शुष्क बैटरी, चमड़ा ,शीशा, माचिस आदि उद्योगों में किया जाता है 
मध्य प्रदेश तथा महाराष्ट्र राज्यों से देश का अधिकांश मैंगनीज प्राप्त किया जाता है 
कुल उत्पादन का लगभग एक चौथाई भाग मैगनीज जापान, ग्रेट ब्रिटेन, संयुक्त राज्य अमेरिका ,जर्मनी ,फ्रांस आदि देश को निर्यात किया जाता है

कोयला 

कोयला जलन अवसादी चट्टानों से प्राप्त होता है। यह सर्वाधिक मात्रा में नदी घाटी होतों से मिलता है।
कोयला का सर्वाधिक उपयोग उद्योगों में ईंधन के रूप में किया जाता है। इसीलिए कोयला को उद्योगों की जननी कहा जाता है। 
कोयला को काला सोना के नाम से भी जाना जाता है।

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