लाल बहादुर शास्त्री


 

ये नाम तो बहुत सारे लोगो ने सुना होगा जो नही जानते उन्हे ये पढने के बात बहुत ही अच्छा लगेगा / ये नाम जितना बडा है उससे भी बडी इनकी सोच थी / स्व0 श्री जवाहर लाल नेहरू जी के बाद ये हमारे देश के दूसरे प्रधानमन्त्री रहे / इनकी शारिरिक ऊचाई तो कम थी लेकिन मुझे नही लगता कि इतना ऊची सोच वाला कोई व्यकित होगा / 

इनके बारे मे जानने के बाद आप समझ जायेंगे कि – नायक हो तो ऐषा ही हो /

आज हम आपको कुछ किस्से बताने वाले है जो कि उनके कार्यकाल से जुडे है /

श्रीमान इसीलिए तो हम सिर उठा के बात करते है और आप सिर झुकाकर बात करते है

शास्त्री जी की ऊचाई कम होने के कारण लोग हमेशा उनका मजाक उडाया करते थे / तो पाकिस्तान के मत्री ने भी सोचा कि हम भी इन्हे परेशान करे लेकिन शास्त्री जी ने जो जवाब दिया उसे सुनकर उसकी बोलती बंद हो गयी

पाकिस्तान के एक मत्री थे तो उन्होने कहा कि आप मे और हममे तो बहुत फर्क है तो उन्होने कहा हा वो तो है / शास्त्री जी ने कहा हा श्रीमान वो तो है इसीलिए तो हमे सिर उठा के बात करते है और आप सिर झुकाकर बात करते है

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पेट पर रस्सी बांधो और सप्ताह मे एक बार उपवास रहो 

1964 ई0 मे नेहरू जी की मृत्यु के बाद शास्त्री जी देश के प्रधानमत्री बने और 1965 मे भारत पाकिस्तान युद्ध हो गया / अमेरिका भी भारत के खिलाफ हो गया और कहा कि अगर आप युद्ध करोगे तो मै आपको अनाज नही दूंगा / देश मे अनाज का संकट पैदा हो गया / अमेरिका कुछ शर्तो के साथ भारत को अनाज देने के लिए कहा लेकिन शास्त्री जी जानते थे कि अगर अमेरिका से अनाज लिया तो देश का स्वाभिमान नष्ट हो जायेगा / ऐषे मे उन्होने अपने परिवार को उपवास रहने के लिए कहा और एक दिन वे और उनका परिवार उपवास किया/ इससे शास्त्री जी को ये विश्वास हो गया कि इंसान एक दिन न खाये तो भी चल सकता है / परिवार के बाद उन्होने देश वासियो से कहा कि- पेट पर रस्सी बांधो साग-सब्जी खाओ सप्ताह मे एक दिन और एक वक्त का उपवास रखो/

उनकी इस बात का लोगो पर बहुत असर पडा / और लोग उपवास रखने लगे जिसके पास पर्याप्त अनाज था वो लोग भी उपवास रखने लगे / और समय आसानी से बीत गया और किसी देश से कुछ लेने की नौबत ही नही आयी /

और उन्होने तभी ये नारा दिया था “जय जवान जय किसान”   

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