जीवन‌ के संघर्ष की कविताए

1. न आगे का कुछ सोच सकूं 




न आगे का कुछ सोच सकूं 
न पीछे का कुछ याद रहे 
बस आज को जी भर जी पाऊं 
मुझको ऐसा जीवन देना
कुछ गलतियां हुई है अतीत में 
इसका मलाल दिल में अब तक 
क्या खोया है उसे गलती से 
उसका ख्याल है दिल में अब तक
इतिहास भरा है जीवन का 
हर रोज मुकरते सपनों से 
हर रोज टूट कर बिखर गए 
जो धोखे खाए अपनों से
उन अपनों से जिनको 
जीवन का पाई पाई दे डाला हो 
जिनकी खुशियों के खातिर 
जिनके हर गम को संभाला हो 
ना याद रहे वह गुजरा कल 
ना याद रहे वह बिखरा पल 
उन लम्हों को बस भूल पाऊं 
मुझको ऐसा जीवन देना


2. संसार तुम्हारे हाथों में

अब सौंप दिया इस जीवन का 
सब भार तुम्हारे हाथों में 
है जीत तुम्हारे हाथों में 
है हार तुम्हारे हाथों में 
मुझ में तुम में बस एक फर्क 
मैं नर हू तुम नारायण हो 
मैं हूं संसार के हाथों में 
संसार तुम्हारे हाथों में



3. सफर

मैं कल भी सफर में था 
मैं आज भी सफर में हूं 
कल अपनों की तलाश में था 
आज मैं अपनी तलाश में हूं

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