जौनपुर का प्राचीन नाम:
सर्वप्रथम इस पर कन्नौज के शासकों ने आक्रमण करके उसे अपने अधीन कर लिया और इसका नाम यवनपुर रख दिया ।
जौनपुर का नामकरण:
जौनपुर जिले का नाम फिरोजशाह तुगलक के चचेरे भाई मोहम्मद बिन तुगलक उर्फ जौना खान के नाम पर जौनपुर पड़ा है।
जौनपुर जिले की स्थापना:
जौनपुर जिले की स्थापना फिरोजशाह तुगलक के द्वारा 1359 ईसवी में किया गया था ।
भौगोलिक स्थिति :
जौनपुर जिला उत्तर प्रदेश राज्य के पूर्वी भाग में स्थित है। इसकी भौगोलिक स्थिति निम्नानुसार है:
- उत्तरी अक्षांश: 25.45 डिग्री उत्तर
- पूर्वी देशांतर: 82.42 डिग्री पूर्व
- दक्षिणी अक्षांश: 25.25 डिग्री उत्तर
- पश्चिमी देशांतर: 83.02 डिग्री पूर्व
- पूर्व - आजमगढ़ जिला गाजीपुर जिला एवं वाराणसी जिला
- पश्चिम- पश्चिम में प्रतापगढ़ जिला इलाहाबाद जिला एवं संत रविदास नगर जिला
- उत्तर- सुल्तानपुर जिला एवं आजमगढ़ जिला
- दक्षिण- संत रविदास नगर जिला एवं वाराणसी जिला
क्षेत्रफल :
जौनपुर का क्षेत्रफल लगभग 4,038 वर्ग किलोमीटर है।
समुद्र तल से ऊंचाई :
जौनपुर की समुद्रतल से ऊँचाई लगभग 82 मीटर (270 फुट) है।
जौनपुर जिले की प्रमुख नदियां :
जौनपुर शहर गोमती नदी के किनारे स्थित है इसके अलावा अन्य कई नदियां है जैसे सई नदी, वरुणा नदी, गंगी नदी एवं पीली बसई नदी
जौनपुर जिले की अर्थव्यवस्था कृषि एवं उत्पाद:
कृषि
जौनपुर जिले की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार कृषि है। जौनपुर जिला उत्तर प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र में स्थित होने के कारण इसकी मुख्यता कृषि आधारित है। कृषि और संबद्ध गतिविधियों ने जौनपुर के अर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
प्रमुख फसलें
जौनपुर जिले में प्रमुख फसलें धान, गेहूँ, मक्का, चना, उड़द, तिलहन और तंबाकू हैं। किसानों की आय का बड़ा हिस्सा कृषि से ही आता है। जौनपुर जिले में सिंचाई व्यवस्था भी उपलब्ध है, जो कृषि उत्पादन में मदद करती है।
उद्योग
जौनपुर जिले में उद्योग क्षेत्र की विकास अभियान भी चल रहा है। इस जिले में छोटे और मध्यम आकार के उद्योगों की संख्या बढ़ रही है। मुख्य उद्योगों में खाद्य प्रसंस्करण, बीज संग्रह, गूड्स पैकेजिंग, आद्रश गौशाला, टेक्सटाइल उद्योग, चिकन उद्योग, मात्स्यिकी उद्योग, आदि शामिल हैं। यहां पर्यटन उद्योग भी महत्वपूर्ण है, और इसके अलावा जौनपुर में वाणिज्यिक व्यापार भी प्रचलित है।
जौनपुर जिले में प्रमुख उद्योगों में कपास, चीनी मिलें, दाल मिलें, विभिन्न धातुओं के लचीले उत्पाद, बिजली उत्पादन, तेल, घास के उत्पाद, रेलवे इंजीनियरिंग कारख़ाने, तंतु उद्योग, आदि शामिल हैं।
पर्यटन उद्योग
जौनपुर जिले में पर्यटन उद्योग भी महत्वपूर्ण है। यहां पर्यटकों को आध्यात्मिक स्थल, ऐतिहासिक स्थल और धार्मिक स्थलों की विविधता का आनंद लेने का मौका मिलता है।
उत्पाद
जौनपुर जिले की स्थानीय उत्पादों में बालू, मिट्टी, काठ, टंबाकू, तिलहन, लोहा, रेत, खाद्य पदार्थ आदि शामिल हैं। यहां के उत्पाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी मांग होते हैं और जौनपुर के उद्यमी और किसानों को आर्थिक लाभ प्रदान करते हैं।
पशुपालन
जौनपुर जिले में पशुपालन भी महत्वपूर्ण धार्मिक और आर्थिक गतिविधियों में से एक है। यहां गाय, भैंस, बकरी, मुर्गा, मुर्गी और अन्य पशु पालन की जाती है।
जिले में उगाए जाने वाले प्रमुख फसल आम अमरूद एवं केला
व्यापार :
यहां से कारपेट एवं खूनी दरी का व्यापार देश-विदेश में किया जाता है
प्रशासनिक कार्य एवं व्यवस्थाएं :
जौनपुर जिला वाराणसी मंडल के अंतर्गत आता है।
प्रशासनिक कार्य कुछ संतुलित रूप से करने के लिए इससे 6 तहसीलों और 21 विकास खंडों में बांटा गया है ।
तहसील :
इस जिले को कुल 6 तहसीलों में बांटा गया है जौनपुर सदर, शाहगंज, बदलापुर, मडियाव ,मछली शहर और केराकत
विकासखंड:
जौनपुर जिले में कुल 21 विकासखंड है जिनके नाम इस प्रकार हैं :
करंजकला , सुइथा कलां ,खुटहन ,शाहगंज,बदलापुर ,सिरकोनी महाराजगंज, बक्सा, सिकरारा, सुजानगंज, मुंगरा बादशाहपुर ,मछली शहर, बरसठी, रामपुर , रामनगर , जलालपुर, केराकत, डोभी , मुफ्तीगंज,धर्मापुर, मडियाहू
पुलिस थानों की संख्या : 28
नगर निकायों की संख्या: 3
ग्राम पंचायत की संख्या: 1514
गांव की संख्या: 3386
निर्वाचन क्षेत्र
लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र: जौनपुर ,मछली शहर
विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र: इसकी संख्या 9 है जो इस प्रकार है बदलापुर, शाहगंज ,जौनपुर ,मल्हनी ,जफराबाद, मुंगरा बादशाहपुर, केराकत ,मड़ियाहू, मछली शहर
2011 की जनगणना के अनुसार जनसांख्यिकी:
कुल जनसंख्या 40.94 लाख
पुरुष जनसंख्या 22.20 लाख
महिला जनसंख्या 22.73 लाख
जनसंख्या वृद्धि 14.89%
जनसंख्या घनत्व 1113
लिंगानुपात (1000 पुरुषों पर महिलाओं की संख्या) 1024
औसत साक्षरता 71.55%
पुरुष साक्षरता 83.80%
महिला साक्षरता 59.81%
शहरी एवं ग्रामीण जनसंख्या
शहरी 7.71%
ग्रामीण 92.29%
2011 की जनगणना के अनुसार जौनपुर जिला एक हिंदू बहुसंख्यक जिला है। जिले में हिंदुओं की आबादी 88.58% है एवं मुस्लिमों की आबादी 10.76% है बाकी अन्य सारे धार्मिक समुदाय हैं।
जौनपुर में बोली जाने वाली भाषाएं:
जौनपुर में बोली जाने वाली भाषाएं हिंदी ,उर्दू, अवधी एवं भोजपुरी है
जौनपुर जिले के आकर्षक स्थल :
जौनपुर जिले के पौराणिक धार्मिक एवं ऐतिहासिक रूप से कई महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है जिनका विवरण संक्षिप्त में नीचे किया गया है।
यह श्री शितला माता को समर्पित है, जौनपुर में बनाई है मंदिर पूर्वांचल के लोगों के लिए आस्था का एक महत्वपूर्ण केंद्र है यहां पर शिव और शक्ति की उपासना होती है जो बाल विकास के लिए पूजा जाती है। यह मंदिर जिला मुख्यालय से लगभग 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है तथा यह मंदिर जौनपुर सिटी जंक्शन से 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है इतिहासकारों का मानना है कि यह मंदिर अत्यधिक प्राचीन है एवं इसका निर्माण अहीर राजाओं ने करवाया था।
अटाला मस्जिद:
यह मस्जिद भारतीय-इस्लामी शैली में बनी हुई है और इसका निर्माण मुग़ल काल में हुआ था। इतिहासकारों की मान्यता है सबसे पहले यहां पर अटाला देवी का मंदिर था जिसे मुगलों ने तोड़कर वहां पर मस्जिद का निर्माण किया जिसके कारण इसका नामकरण अटाला मस्जिद पड़ गया। फिरोजशाह तुगलक ने इसका निर्माण 1377 ईo में प्रारंभ करवाया था लेकिन इसे इब्राहिम सर्की के द्वारा इसका निर्माण 1408 में पूरा कराया गया ।
जामा मस्जिद :
यह मस्जिद रेलवे स्टेशन से लगभग 1.5 किलोमीटर की दूरी पर शाहगंज रोड स्थित है।
जौनपुर क़िला:
जौनपुर क़िला एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, जहां पर्यटकों को महान इतिहास और मुग़ल शैली की वास्तुकला का आनंद लेने का मौका मिलता है। यह फिल्म रेलवे स्टेशन से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह गोमती नदी के किनारे स्थित है। इसका निर्माण फिरोजशाह तुगलक ने 1362 ईस्वी में करवाया था
जौनपुर जिले के अंतर्गत आने वाले प्रमुख पर्यटन स्थल
आत्मज्योति स्थल: इस स्थान पर शहीद स्वतंत्रता सेनानी आत्मज्योति पंडेय की याद में एक ज्योति जलती है।
श्री भोला नाथ मंदिर: यह भगवान शिव को समर्पित है और यहां परंपरागत भोलनाथ मेला भी मनाया जाता है।
कामाक्षा देवी मंदिर: इस मंदिर में देवी कामाक्षा को समर्पित पूजा की जाती है और यहां श्रद्धालुओं की भीड़ आती है।
श्री रामजी मंदिर: इस मंदिर में भगवान राम और उनकी पत्नी सीता को समर्पित पूजा की जाती है।
जौनी जंगल: यह एक प्राकृतिक अभ्यारण्य है जहां आप वन्यजीवों को देखने और उनके साथ संवाद करने का मौका प्राप्त कर सकते हैं।
मदारी नगर में कठिनाई व तंगनी गोल्फ मैदान: यहां आप गोल्फ का आनंद ले सकते हैं और विभिन्न खेल कार्यक्रमों में भाग ले सकते हैं।
आत्मानांद पार्क: यह जौनपुर का प्रमुख वन्यजीव अभयारण्य है जहां प्राकृतिक सौंदर्य और वन्य जीवों की विविधता का आनंद लिया जा सकता है।
आत्मनांद अश्रम: यह अश्रम धार्मिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है, जहां आध्यात्मिक आचार्य द्वारा ध्यान और योग के अभ्यास का संबंधित शिक्षा दी जाती है।
जौनी पुल: जौनी पुल उत्तर प्रदेश का सबसे पुराना पुल है और इसे अकबर ने बनवाया था। यह एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है जहां प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक महत्त्व का आनंद लिया जा सकता है।
शंकराचार्य मठ: यह मठ श्री आदिशंकराचार्य द्वारा स्थापित किया गया था और धार्मिक महत्त्व रखता है। यहां आप आध्यात्मिकता और ध्यान के लिए स्थानीय पाठशाला और पुस्तकालयों का भी दौरा कर सकते हैं।
जमाली मस्जिद: यह मस्जिद जौनपुर में स्थित एक प्रमुख धार्मिक स्थल है और इसे जमाली सुल्तान द्वारा बनवाया गया था। इसकी विशेषता उज्ज्वल और सुंदर वास्तुकला में है।
नंदनान वन: यह वन एक प्रमुख पर्यटन स्थल है और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने के लिए एक मार्गदर्शित प्रदर्शनी में बगीचे, फूल और पेड़-पौधों की विविधता को प्रदर्शित करता है।
ये कुछ प्रमुख स्थान हैं जो जौनपुर में पर्यटन के लिए प्रसिद्ध हैं। इसके अलावा भी और ढेरों ऐतिहासिक और प्राकृतिक स्थल जौनपुर में उपलब्ध हैं जिन्हें आप अपनी प्राथमिकतानुसार देख सकते हैं।
आजामगढ़ के प्रमुख दर्शनीय स्थल
जौनपुर किस प्रकार पहुंचे :
हवाई मार्ग:
जौनपुर जिले में कोई भी हवाई अड्डा नहीं है।
निकटतम हवाई अड्डा:
लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट यह जौनपुर से 48 किलोमीटर दूर वाराणसी के बाबतपुर में स्थित है।
निकटतम दूसरा हवाई अड्डा :
इलाहाबाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट एयरपोर्ट चंदौली से 125 किलोमीटर दूर इलाहाबाद में बमरौली में स्थित है।
रेल मार्ग
जौनपुर रेल मार्ग उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ तथा अन्य जगहों से आसानी से जुड़ा हुआ है जिसके माध्यम से हम आसानी से जौनपुर पहुंच सकते हैं।
निकटतम रेलवे स्टेशन : जौनपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन
सड़क मार्ग: जौनपुर, सड़क मार्ग उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ तथा प्रमुख शहरों से आसानी से जुड़ी हुई है यहां से नियमित सरकारी एवं प्राइवेट बस सेवा उपलब्ध रहते हैं तथा आप अपने वाहन के माध्यम से भी यहां पर आ जा सकते हैं।
जौनपुर जिले की रोचक बातें :
- जौनपुर को "भारत के सिराज" के नाम से जानते हैं।
- माधव पट्टी जौनपुर का एक ऐसा गांव जहां पर हर घर में एक आईएएस या एक आईपीएस होता है
2011 की जनगणना के अनुसार कुछ रोचक तथ्य:
- साक्षरता में उत्तर प्रदेश के अंतर्गत जौनपुर का 22 वा स्थान है।
- उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक लिंगानुपात वाला जिला जौनपुर है।
- जनसंख्या की दृष्टि से उत्तर प्रदेश में सातवां स्थान है ।
- जिले में कुल निर्जन गावो की संख्या 94 है ।
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