प्रागैतिहासिक काल

 पाषाण युग (Stone Age)

पाषाण युग इतिहास का वह काल है जब प्राचीन मानव का ज्यादातर जीवन पत्थरों पर  आश्रित था। उदाहरण के रूप में जैसे पत्थरों से शिकार करना, पत्थरों की गुफाओं में शरण लेना, पत्थरों को पत्थरों से टकराकर आग पैदा करना इत्यादि। इसके प्रमुख रूप से तीन चरण माने जाते  हैं, पुरापाषाण काल, मध्यपाषाण काल और नवपाषाण काल जो मानव इतिहास के आरम्भ से लेकर कांस्य युग  तक फैला हुआ है।




पुरापाषाण काल (5 लाख BC से 6000BC)

  • इसी काल में मनुष्य ने आग का आविष्कार किया।
  • इसने पत्थरों से ही कुछ औजार बनाए जैसे कि कुल्हाड़ी स्क्रैपर्स इत्यादि।
  • इस काल में मनुष्य शिकारी हुआ करता था।
  • प्रमुख अवशेष 
  • बेलन नदी घाटी 
  • सोहन नदी घाटी
  • नर्मदा नदी घाटी
और इसके अलावा इस काल की हमें कुछ गुफा चित्रकारी भी प्राप्त हुई है जो कि भोपाल के भीमबेटका से मिली है।

मध्य पाषाण युग(800BC - 400 BC)

  • इस कॉल में हथियारों का आकार छोटा हुआ जिसे माइक्रोलीथिक कहा गया गया है 
  • इस काल में मनुष्य ने पशुपालन की शुरुआत की।
First evidence of domestication- Adamgarh - MP- Bagru-Rajasthan
  • मानव कंकाल के अवशेष भी मिले हैं
            सराय नहर -प्रतापगढ़- उत्तर प्रदेश

नवपाषाण युग(400 BC - 2500 BC)

  • इस काल में मनुष्य ने कृषि की शुरुआत की।
  • FIRST EVIDENCE OF AGRICULTURE -BALOCHISTAN ( MEHARGARH )
  • जो इस समय पाक अधिकृत है सबसे पहले जो गेहूं और कपास के साक्ष्य प्राप्त हुए थे।
  • चावल की खेती के भी कुछ अवशेष मिले हैं जिनका संबंध कोलडीहवा इलाहाबाद उत्तर प्रदेश से है।
  • जम्मू कश्मीर के बुर्जहोम नामक स्थान से मानव कंकाल के साथ कुत्ते की हड्डियों के साथ मिले हैं।
  • बुर्जहोम नामक स्थान से कुछ मिट्टी के बर्तन भी मिले हैं।

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